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मेरी हत्या करके इजरायल मुझे सबसे खास तोहफा देगा, पूर्व हमास चीफ सिनवार का वीडियो वायरल


हमास प्रमुख ने इजरायल सेना के हाथों मारे जाने को अपने लिए सबसे बड़ा तोहफा बताया था। दो दिन पहले इजरायली सेना के हाथों मारा जाने वाला हमास चीफ सिनवार पहले से ही इजरायली सेना के हाथों अपनी मौत को अपना तोहफा मानता था। एक वायरल वीडियो में अपनी मौत के बारे में बात करते हुए सिनवार कहता है कि इजरायली सेना द्वारा उसका मारा जाना इजरायल द्वारा उसे दिया जाने वाला ‘सबसे बड़ा तोहफा’ होगा।

गुरुवार को सिनवार की मौत की खबर की पुष्टि इजरायल के विदेश मंत्री ने की। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया था कि इजरायली लोगों की सामूहिक हत्याकांड का जिम्मेदार याह्या सिनवार को आज इजरायली सेना के सैनिकों ने मार डाला है। हमास चीफ सिनवार के मरने के बाद नेतन्याहू ने घोषणा करते हुए कहा था कि हमने पिछले साल हुए इजरायली लोगों के नरसंहार का बदला ले लिया है।

इजरायली सेना के हाथों मौत, मेरे लिए सबसे बड़ा तोहफा- सिनवार

सिनवार की मौत के बाद उनका एक वायरल वीडियो सामने आया है। इस पुराने वीडियो में हमास चीफ इजरायली सुरक्षा बलों के बारे में बात करता सुना जा सकता है। सिनवार अपनी मौत के बारे में बात करते हुए कहता है कि इजरायली सेना द्वारा मुझे मार दिया जाना, यहूदी सरकार द्वारा मुझे दिया गया सबसे बड़ा तोहफा होगा। 2021 में बनाए गए इस वीडियो में सिनवार कहता है कि हमारा दुश्मन इजरायल जो की हमारी जमीन पर कब्जा किए बैठा है, जिस दिन वह मेरी हत्या कर देंगे, वह इजरायल द्वारा मुझे दिया गया सबसे बड़ा तोहफा होगा। क्योंकि तब मैं एक शहीद की तरह अल्लाह के पास जा पाऊंगा।

हार्ट अटैक की जगह मिसाइल हमले में मरना चाहता हूं- सिनवार

अपनी बात पर जोर देते हुए सिनवार कहता है कि मैं हार्ट अटैक या फिर दुर्घटना से मरने की बजाय एफ-16 या फिर मिसाइलों द्वारा मारा जाना पसंद करूंगा। उसने कहा कि मैं आज 59 साल का हूं। इंसान साठ साल की उम्र के बाद प्राकृतिक कारणों से मरने के करीब पहुंच जाता है। मैं ऐसे ही बिना किसी मतलब के मरने के बजाय शहीद की मौत मरना पसंद करूंगा।

याह्या सिनवार को अगस्त में इस्माइल हानियेह की मौत के बाद हमास का चीफ बनाया गया था। पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हु्ए हमले का मास्टरमाइंड सिनवार को ही माना जाता था। इस हमले के दौरान सिनवार हमास का डिप्टी चीफ था। सिनवार ने अपने जीवन के करीब दो दशक इजरायली जेल में बिताए थे। इस दौरान उसे एक दिमागी बीमारी हो गई थी जिसका इलाज इजरायली सरकार ने कराया था। दो दिन पहले एक रुटीन हमले के दौरान इजरायली सेना से उसकी मुठभेड़ हो गई, जिसमें सिनवार की मौत हो गई थी।



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